सफलता का मूल मंत्र || राजेश आर्य
**सफलता की कुंजी है खुद पर विश्वास **
आज के दौर में हम सभी सफल होना चाहते हैं लेकिन क्या हम जानते हैं कि सफलता का मतलब क्या होता है?
तो आइए जानते हैं क्या हैं सफलता के मायने।
देखिए, जब हम बच्चे थे, तो हमारी सफलता का मतलब था कुछ खिलौने प्राप्त करना या परीक्षा में उत्तीर्ण होना या दूसरों से बेहतर नंबर प्राप्त करना, लेकिन फिर जब हम थोड़े बड़े हो जाते हैं तो सुंदर दिखना, फिर बोर्ड की कक्षा में उत्तीर्ण होना या अच्छे नंबर प्राप्त करना, फिर अच्छे दोस्त, फिर अच्छी नौकरी, फिर अच्छी शादी फिर बच्चों की पदोन्नति फिर बच्चों की शादी फिर उनके बच्चे आदि।
अगर हम इस पर नजर डालें तो समय के साथ-साथ सफलता के मायने भी बदल रहे हैं, यानी हमें सफलता को थोड़ा सही से समझने की जरूरत हैं। हमने सफलता को अपनी जरूरत का नाम दिया है, अर्थात यंहा दो बाते निकल कर आती हैं -
पहली- ये क़ि हम सब पहले से ही सफल हैं क्योंक़ि बड़ा होना ही सफलता है.।
दूसरी- ये क़ि जिसकी जितनी ज्यादा जरूरत होगी वह उतना ज्यादा सफल होगा।
अगर हम ईश्वर या प्रकृति में थोड़ी सी भी आस्था रखते हैं तो हमें पता होना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति के पास सीमित समय होता है और उसे उस समय का सही उपयोग करना चाहिए।
इच्छाये या जरूरत तो इंसान क़ि एक दूसरे को देखकर बढ़ती रहती हैं। जिन्हे वह सफलता का नाम दे देता है और उनके पीछे भागता रहता है। हम जीवन का ज्यादातर वक्त इन्ही उलझनों में बिता देता है क़ि सफल होना है, उसके जैसा सफल होना है।
सफल कौन है?
यदि आपके पास कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है तो आप पहले से ही सफल हैं, बस उस मकसद को पहचानें जिसके लिए प्रकृति ने आपको यह जीवन दिया है। आप अपने आप में एक महान व्यक्ति हैं। आपके अपने गुण हैं। आप जैसा इस दुनिया में कोई नहीं हैं । जिस प्रकार आपका चेहरा दूसरों से अलग है आपके फिंगरप्रिंट दूसरों से अलग हैं उसी प्रकार आपके गुण भी दूसरों से अलग हैं।
याद रखने योग्य चार बातें
1- अपने आपको समय दें और अपने आपसे प्यार करें और अपने आपको पसंद करें।
2- अपने गुणों की पहचान करें।
3- अपने गुणों पर ओर ज्यादा काम करें और उन्हें निखारें ।
4- अपने गुणों को परिवार और देश हित में लगाएं।
यह आपकी सबसे बड़ी सफलता है। यदि आप वास्तव में दुनिया का सबसे सफल व्यक्ति बनाना चाहते हैं, तो बस इन चार बातों को अपने जीवन में अपना लें ।
क्योंकि-
" धनवान होना उपाधी हैं, न कि सफलता "
याद रखे आप जैसा दुनिया में कोई नहीं है, इसलिए अपने आपका आदर करें ।
______
***
Download
www.RajeshArya.in
Book Link
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें